Saazish
तुझे चाहा था इस तरह
गर्मी में कोई बारिश को चाहे जिस तरह
और जो इन आँखों में बारिश है
सिर्फ़ तेरी साजिश है, सिर्फ़ तेरी साजिश है
सिर्फ़ तेरी साजिश है
दर्द-ए-दिल दे दिया, क्या सितम कर दिया
दर्द-ए-दिल दे दिया, क्या सितम कर दिया
दिल से दिल का था रिश्ता, क्यूँ ख़तम कर दिया
मेरी आँखें पल-पल रोई, वो और नहीं था कोई
जो मेरी आँखों में बारिश है, मेरे दिलबर की साज़िश है
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
हाँ, अब तो तेरे बिना हो जाएँगे हम फ़ना
अपना था तुझ को जाना, पर तूने दी क्यों सज़ा
हाँ, अब तो तेरे बिना हो जाएँगे हम फ़ना
अपना था तुझ को जाना, पर तूने दी क्यों सज़ा
तुझ को ना भूलूँगी जानाँ, तेरी बातों का अफ़साना
तू मेरी ही ख़्वाहिश है, मेरे दिलबर की साज़िश है
इश्क़ जब से हुआ, तू ही रब था, तू ही ख़ुदा
माँगी थी बस दुआ, क्यूँ हुए थे फ़िर जुदा
इश्क़ जब से हुआ, तू ही रब था, तू ही ख़ुदा
माँगी थी बस दुआ, क्यूँ हुए थे फ़िर जुदा
ये तन्हा-तन्हा रातें, याद आएँ मीठी बातें
ज़ख्मी दिल की नुमाइश है
गली-गली, जगह-जगह बदनाम कर दिया तूने
चलो अच्छा है, कोई तो दिल से एहसान कर दिया तूने
मेरे दिलबर की साज़िश है