Jaage Ab Raat Bhar
Sameer
जागे अब रात भर नैना
दर्द है नया नया सा
क्या करूँ माने ना ज़रा
हुआ मन बावरा क्यूँ
जागे अब रात भर नैना
क्यू ख़यालो पे छाई मदहोशिया
क्यू जलातें हे तन्हा तन्हा पल
क्यू मचलती है दिल मे बेकरारिया
क्यू सताते है ख्वाब आजकल
क्या करू माने ना ज़रा
हुआ मन बावरा क्यू
जागे अब रात भर नैना
त रा रा ट ट त रा त त रा ट ट
त रा रा ट ट ट रा रा ट ट ट
त रा रा ट ट रा
क्यू दुपट्टे का रंग है उड़ा उड़ा
क्यू खनकती है शोख चूड़िया
क्यू अकेले मे टूटती मेरी रगे
क्यू सही जाती ना अब दूरिया
क्या करूँ माने ना ज़रा
हुआ मन बावरा क्यू
जागे अब रात भर नैना
दर्द है नया नया सा
क्या करूँ माने ना ज़रा
हुआ मन बावरा क्यू
जागे अब रात भर नैना