Na Samajh Dil
ना समझ दिल
ये समझ ले
है ये मौसम बदले बदले
ना समझ दिल
ये समझ ले
है ये मौसम बदले बदले
शाम बेशबर है
रात धीमे चले
हो इंतेज़ारों की गलियों में
दिन ये ढले
ना यक़ीन था पहले पहले
यार अब तो ख़ुद से कहले
ये मोहबत है मोहबत है
शायद (प र र र प्प प र र र प्प प र प्प प र)
शायद (प र र र प्प प र र र प्प प र प्प प र)
ओ ओ
ओ ओ
ओ ओ
ओ ओ
प्यार जीना हमें सिखा दो तुम
ख़्वाब पढ़ना हमें बता दो तुम
हो थोड़ी बारिश और
हल्की तन्हाई
शर्मा के हमसे मिलने तुम आयी
अरे कब तलक ख़्वाब देखेगा
दिल मनचले
ना यक़ीन था पहले पहले
यार अब तो खुदसे कहले
ये मोहबत है मोहबत है
शायद (प र र र प्प प र र र प्प प र प्प प र)
दिल है कहता काश तुम होते
तुमसे मिलने की मौसम होते
हो दिल में सौ बातें तुमसे करते हैं
Telephone के पास बैठे रहते हैं
और यार कहते हैं दिल की बात कहदे पगले
ना यक़ीन था पहले पहले
यार अब तो खुदसे कहले
ये मोहबत है मोहबत है
शायद (प र र र प्प प र र र)
हेय ये ये ये (प्प प र प्प प र)
शायद (प र र र प्प प र र र)
तुरु तुरु तुरु (प्प प र प्प प र)
शायद (प र र र प्प प र र र)
हे शायद (प्प प र प्प प र)