Falak Ke Chand Ka
SHANTI KUMAR, WALI SAHEB
फालाक़ के चाँद का
फालाक़ के चाँद का
हमने जवाब देख लिया
ज़ामी की गोद में कल
ज़ामी की गोद में कल
माहताब देख लिया
ज़ामी की गोद में कल
माहताब देख लिया
किसी की शरबती आँखे
किसी की शरबती आँखे
बसा के आँखो में
बसा के आँखो में
बिना पिए हुए
लुत्फ़-ए-शराब देख लिया
बिना पिए हुए
लुत्फ़-ए-शराब देख लिया
निगाह-ए-शौक़ ने
रुख़ से उठा के पर्दे को
निगाह-ए-शौक़ ने
रुख़ से उठा के पर्दे को
काली का हुस्न गुलो का
शबाब देख लिया
काली का हुस्न गुलो का
शबाब देख लिया
ज़ामी की गोद में कल
ज़ामी की गोद में कल
माहताब देख लिया
उधर तो बुझ गये
उधर तो बुझ गये
लेकिन इधर तो लग उठे
उधर तो बुझ गये
लेकिन इधर तो लग उठे
बुझा के आग अनोखा
अज़ाब देख लिया
बुझा के आग अनोखा
अज़ाब देख लिया
ज़ामी की गोद में कल
ज़ामी की गोद में कल
माहताब देख लिया