Kaamyaab
AGNEE, JUHI SAKLANI
तू कितना कामयाब
तू चढ़ता आफताभ
तू नोट गिन जनाब
मेरा खून तेरा ख्वाब
साले मेरी नींदों का
साले मेरी नींदों का
साले मेरी नींदों का
अब तू ही दे हिसाब
तू कितना कामयाब
तू चढ़ता आफताभ
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
रातों जाग के मेहनत की
जो होता है वो होने दो
तेरी मम्मी प्यार से कहती थी
बिटवा को और सोने दो
ट्यूसेन कार में जाएगा
एसी घर में खाएगा
मुन्ना तू बस बाल बना
यह तुझसे ना हो पाएगा
तू आँखों का चिराग
तू है दाफी नवाब
साले मेरी नींदों का
अब तू ही दे हिसाब
तू कितना कामयाब
तू चढ़ता आफताभ
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म