Phoolon Ka Rang Mausam Ki Jaan
फुलो का रंग मौसम की जान हम हैं
फुलो का रंग मौसम की जान हम हैं
हमसे बाहर हैं मस्ती हैं प्यार हैं
राहो का नूर मंज़िल की शान हम हैं
नाज़ुक बदन ये तितलियाँ
कोई इन्हे समझा हैं क्या
नाचती हुई गाती हुई नाज़ुक बदन ये तितलियाँ (आ आ आ आ)
कोई इन्हे समझा हैं क्या ये बिजलियाँ ये बिजलियाँ (आ आ आ आ)
फुलो का रंग मौसम की जान हम हैं
हमसे बाहर हैं मस्ती हैं प्यार हैं
राहो का नूर मंज़िल की शान हम हैं
ल ल्ल ल ला ला ला ल ल्ल
आँचल उड़े जुल्फे खुले
बदल रुके छाए घटा
नज़ारे मिले बहके कदम
सागर चले बरसे नशा
आँचल उड़े जुल्फे खुले बदल रुके च्चाए घटा (आ आ आ आ)
नज़ारे मिले बहके कदम सागर चले बरसे नशा (आ आ आ आ)
फुलो का रंग मौसम की जान हम हैं
हमसे बाहर हैं मस्ती हैं प्यार हैं
राहो का नूर मंज़िल की शान हम हैं
सौ बार वो ढूंदे हमें
एक बार हम जिनसे मिले
हस्ती निडर हुंसे चले झूमे फिदा कालिया खिले (आ आ आ आ)
सौ बार वो ढूंदे हमें एक बार हम जिनसे मिले (आ आ आ आ)
फुलो का रंग मौसम की जान हम हैं
हमसे बाहर हैं मस्ती हैं प्यार हैं
राहो का नूर मंज़िल की शान हम हैं
आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ
ल ल्ल ल ला ला
आ आ आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ