TV
AMIT YADAV
बैठा था एक दिन में
अपने TV के सामने
सोचा उसका phone आएगा
तो बैठा था phone के पास में
येह येह हुई सुबह
येह येह यह रूठा समा
उसका जो boyfriend था
मेरा वो room mate था
सपने सारे मैंने देखे
पर होती नहीं सुबह
मेरा TV मुझे बचा हा आ
मेरी ज़िन्दगी होती तबाह
बैठा था एक दिन में
अपने TV के सामने
सोचा उसका phone आएगा
तो बैठा था phone के पास में
येह येह हुई सुबह
येह येह यह रूठा समा
मेरा TV मुझे बचा हा आ
मेरी ज़िन्दगी होती तबाह
मेरा TV मुझे बचा हा आ
मेरी ज़िन्दगी होती तबाह
मेरी ज़िन्दगी