O Saathi Re
ANJAAN, KALYANJI ANANDJI, ANANDJI KALYANJI, ANANDJI V SHAH, KALYANJI VIRJI SHAH
हर धड़कन में प्यास है तेरी साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अम्बर तक मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे ना
प्यार ये टूटे ना तू मुझसे रूठे ना साथ ये छूटे कभी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे
तेरे बिना भी क्या जीना
ना न ना इ इ इ
तुझ बिन जोगन मेरी रातें तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती बूँदें बुझे बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी
तेरे बिना मेरी मेरे बिना तेरी ये ज़िंदगी ज़िंदगी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे
तेरे बिना भी क्या जीना