Baatein Teri
Aditi Singh Sharma
आ चल चलें की हम करें
रातों में आवारगी
अब ना रुकें यह सिलसिले
चल हम करें दीवानगी
बखुदा हुआ क्या यह खुदा ही जाने
बखुदा मैं जानू ना
बातें तेरी अब मुझको
जाने क्यूँ अच्छी लग रही
रातें सभी संग तेरे
जाने क्यूँ सच्ची लग रही
बातें तेरी अब मुझको
जाने क्यूँ अच्छी लग रही
रातें सभी संग तेरे
जाने क्यूँ सच्ची लग रही
तुमसे मिलके हन
सब कुछ क्यूँ अच्छा लगे
महकी हर शाम
मुझको यह सपना लगे
तुमसे मिलके हन
सब कुछ क्यूँ अच्छा लगे
महकी हर शाम
मुझको यह सपना लगे
मिल गये जाने किस मोड़ पे
लंबा है सफ़र चल
चलें सितारों के शहेर
बखुदा हुआ क्या
यह खुदा ही जाने
बखुदा मैं जानू ना
बातें तेरी अब मुझको जाने
क्यूँ अच्छी लग रही
रातें सभी संग तेरे जाने
क्यूँ सच्ची लग रही
बातें तेरी अब मुझको जाने
क्यूँ अच्छी लग रही
रातें सभी संग तेरे जाने
क्यूँ सच्ची लग रही