Tu Hi Hai [Ali Zafar Version]
ओ मेरे मोहल्ले में
चाँद जो आया है
ईद जो लाया है
तू ही तो नहीं
अम्मी ने मेरी जो
सूट सिलाया है
ख्वाब दिखाया है
तू ही तो नहीं
हो जिसके लिए दिल बिगड़ने लगा है
वो कौन है, तू ही है
हो जिसके लिए दिल सँभलने लगा है
वो कौन है, तू ही है
दूर ये कौन है
पास ये कौन है
ख़ास ये कौन है
तू ही है
हो जिसके लिए मैंने
सारी हसीनो के
दिल तोड़े जाना है
तू ही तो नहीं
जिसके लिए मुझको
जीते ही जाना है
बीमा कराना
तू ही तो नहीं
हो आने से जिसके आ जाती है सांसें
वो कौन है, तू ही है
ह जाने से जिसके जाती है जानें
वो कौन है, तू ही है
दूर ये कौन है
पास ये कौन है
ख़ास ये कौन है
तू ही है
हो मेरे शेरों में ये कौन है
मेरी शायरी में कौन है
मेरी diary में कौन है
तू ही है
गुब्बारों ये में कौन है
खुमारों ये में कौन है
गिटारो में ये कौन है
तू ही है, ही ही ही