Mujko Tere Ishq Mai Bhigade
मुझको तेरे इश्क़ में भिगा दे
कभी भीगे ना हो जितना बारिशों में (बारिशों में)
मुझको तेरे इश्क़ में भिगा दे
कभी भीगे ना हो जितना बारिशों में
ये फ़लक, ये फ़िज़ा हो गवाह प्यार में
तुम करो आज मुझको प्यार इतना हाँ
रहे सदा यादों में गुज़रता ये लम्हा
तेरी मेरी साँसों में पिघलता ये लम्हा
वो वो वोऊ वो वो वोऊ वो
मुझको तेरे इश्क़ में भिगा दे
कभी भीगे ना हो जितना बारिशों में
रूह में घुल रही हैं, वो महक है तेरे जिस्म की
मुझसे जुदा तू नहीं, ज़र्रों मैं तू है बसी
धड़कने दे रही हैं अब गवाही मेरे इश्क़ की
चाहिए तू मुकम्मल क़तरों में अब जीना नहीं
ये हँसी, सारे पल हो गवाह प्यार में
तुम करो आज मुझको प्यार इतना
रहे सदा यादों में गुज़रता ये लम्हा
तेरी-मेरी साँसों में पिघलता ये लम्हा
हाँ हा हा हा हा ला ला ला
हम रहे ना रहे, फिर भी ये हवाएँ
सुनाएगी तेरे-मेरे इश्क़ की दास्ताँ
नाम तेरे मैं लिखूँगा आज अपनी सब दुआएँ
आज होगा, जो हुआ ना दोनों के दरमियाँ
आओ, मिलके बने हम गवाह प्यार के
तुम करो आज मुझको प्यार इतना
रहे सदा यादों में गुज़रता ये लम्हा (औ औ)
तेरी-मेरी साँसों में पिघलता ये लम्हा (औ औ)
रहे सदा यादों में गुज़रता ये लम्हा (गुज़रता ये लम्हा)
तेरी-मेरी साँसों में पिघलता ये लम्हा (तेरी-मेरी साँसों में )
पिघलता ये लम्हा
पिघलता ये लम्हा
पिघलता ये लम्हा लम्हा
पिघलता ये लम्हा
पिघलता ये लम्हा यु हु हु हु