Pagal Mujhe Tum Kahoge
गलियों में जब तेरी धूप हो
पलकों को दूँ मैं बिछा
दरिया मैं बन जाऊँ जब कभी
प्यास दे तुझको सता
चाहूँ मैं तुझको बेपनाह
जानोगे इश्क़ की इंतिहा
"पागल," मुझे तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे
मुझ सा तो आशिक़ था ना राँझा
"पागल," तुम कहोगे
मेरा ये हँसना, मेरा ये रोना
तुमसे ही है, जान-ए-जाँ
तेरी ही बातें मेरी ज़बाँ पे
रहने लगीं हर दफ़ा
पूछे जहाँ ये, "ज़िंदगी क्या है?"
नाम तेरा दूँ बता
चाहूँ मैं तुझको बेपनाह
जानोगे इश्क़ की इंतिहा
"पागल," मुझे तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे
मुझ सा तो आशिक़ था ना राँझा
"पागल," तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे
"पागल," मुझे तुम कहोगे