Coffee Ki Pyaali - Coffee Cup [Hindi Version]
खाली खाली से दिन में
गुज़ारू कैसे यह लम्हें यहाँ
चलते चलते अकेले
यह राहें करती किसी का इंतेज़ार
मोड़ दो थे वहाँ
चल पड़ा उस दिशा में जहाँ
खोज बिन तुम मुझे मिली
कैसा है दिन, कैसा मेरा नसीब
ग़लती की राहें ले आई करीब
भीड़ में जो तुम मिली
ना मैं जानू, ना है तुमको पता
धीमे से दिल क्यूँ है चलने लगा
साँस भी थोड़ी घूम है
ओ ओ ला ला आ आ ला ला आ ला
क्या मैं दुरी हटा दूँ
तो कोई बहाने हो बातें शुरू
आधी कॉफी की प्याली
और साथ तुम्हारा उम्मीद करू
मोड़ दो है यहाँ
चल पड़े उस दिशा में जहाँ
कुछ नया, अनकहा मिले
कैसा है दिन, कैसा मेरा नसीब
ग़लती की राहें ले आई करीब
भीड़ में जो तुम मिले
ना मैं जानू, ना है तुमको पता
धीमे से दिल क्यूँ है चलने लगा?
साँस भी थोड़ी घूम है
हाँ कह दो, चलते साथ कहीं
साथ हो तुम तो हो बातें नयी
और दिन मेरा बन गया