Jeena Sikha De
फिर वहीं से कर शुरू
की जहा तूने ख़तम
दस्ताने सफ़र रूठ कर
मैं जो हूं ऊ मैं नहीं
कह रहे मेरे कदम
आ चले फिर उसी राह पर
ये खुदा यार से तू मिलादे
हसना सिखा दे जीना सिखा दे
रो रहा दिल मेरा बारिशों में
हसना सिखा दे जीना सिखा दे
क्यों बेवजह ज़िंदगी है
ढूँढ़े ज़रा क्या नहीं है
दिल का जहाँ दिल लगेगा
मेरी खुशी तो वहीं है
दर्द का है एक शहर
है वहाँ मेरा भी घर
जाने दे तू मुझे लौट कर
ऐ खुदा यार से तू मिला दे
हंसना सिखा दे जीना सिखा दे
हो
फिर लकीरें नई तू बना दे
हंसना सिखा दे जीना सिखा दे
शामें वहीं दिन वहीं हैं
सासे हैं पर दिल नहीं हैं
ख्वाबों का मैं क्या करूंगा
दिन में अगर तू नहीं है
हैं खफा जिस बात पर
रूबरू आ बात कर
मैं बिखर न जाउ हार कर
ये खुदा यार से तू मिलादे
हसना सिखा दे जीना सिखा दे
है वही तो मेरा इस जहां में
हसना सिखा दे जीना सिखा दे
ज़ीना सिखा दे आ आ