Naina [Trending]
Amitabh Bhattacharya
नैना जो सांझे ख्वाब देखते थे नैना
बिछड़ के आज रो दिए हैं यूँ
नैना जो मिलके रात जागते थे नैना
शहर में पलकें मीचते हैं यूँ
जुदा हुए कदम
जिन्होने ली थी यह कसम
मिलके चलेंगे हरदम
अब बाँटते हैं ये गम
भीगे नैना जो खिड़कियों से झाँकते थे
नैना घुटन में बंद हो गये हैं यूँ