Sapna
आँखें भी खुली नही
क्यूँ सवेरा हो गया
आँखें भी खुली नही
क्यूँ सवेरा हो गया
अभी शुरू हुआ नही
क्यूँ ख़तम यह हो गया
सपना जो था मेरा खो ही गया
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
सपना जो था मेरा खो ही गया
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
उस ख्वाब में सौगातें थी
कुछ प्यारी सी सौगातें
भूल ना पाउँगा जिनको
ऐसी थी कुछ यादें
लाख कोशिशें की मैने
लाख कोशिशें की
पर ख्वाब जो था मेरा खो ही गया
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
सपना जो था मेरा
सपना जो था मेरा
सपना जो था मेरा खो ही गया
हम्म्म हम्म्म हम्म्म हम्म्म
खो ही गया हम्म्म हम्म्म
हो खो ही गया