Hai Shaam Tu Tareef Mai
Arko
है साज़ तू तेरा तर्ज़ मैं
तू है दवा और मर्ज़ मैं
दिलदार तू खुदगर्ज़ मैं
है गीत तू तेरे लफ्ज़ मैं
तू है दुआ और फ़र्ज़ मैं
आज़ाद तू और क़र्ज़ मैं
है शाम तू तारीफ़ मैं
तू चैन है तक़लीफ़ मैं
तुझसे मिला तो पा लिया
हर चीज़ मैं
है ख़्वाब तू ताबीर मैं
माना तुझे तक़दीर मैं
तेरा हुआ इस भीड़ में इस भीड़ में
है तेरी मेहरबानी
के अंधेरों से हम मुकर गए
है तेरी मेहरबानी
के बिन जाने ही हम संवर गए