Bachpan Hua Khatam Hay
बचपन हुआ ख़तम है
लगने लगी शरम है
लो आ गयी जवानी
अब प्यार का मौसम है
बचपन हुआ ख़तम
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
क्या खूब ये उमर है
इसका अजब असर है
झुकने लगी है पलके
तिरछी हुई नज़र है ओओओओ
सच मे ये क्या ज़ुल्म है
अब खुल गया भरम है
ये बात मत बताना
तुमको मेरी कसम है
बचपन हुआ ख़तम
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
कैसी घड़ी ये आई
आने लगी अंगड़ाई
मुझको मेरी उमरिया
किस ओर खींच लाई ओओओओ
आँखो में आज दम है
क्या मस्ती का आलम है
बदली है ज़िंदगानी
अब जो भी हो सो कम है
बचपन हुआ ख़तम
बचपन हुआ ख़तम है
लगने लगी शरम है
लो आ गयी जवानी
अब प्यार का मौसम है
बचपन हुआ ख़तम