Bhanwar Men Meri Naiya
भवर में मेरी नैया कोई न खिवैया
भवर में मेरी नैया कोई न खिवैया
मैं सारा जग छोड़ के
मैं सारा जग छोड़ के कान्हा
आई तेरे द्वार
भवर में मेरी नैया कोई न खिवैया
भवर में मेरी नैया
इट उट भटकि दुखियारी ठुकराए दुनिया सारि
तूने तो जहां को तारा क्यू न आई मेरी बारी
कड़ी हु हैरान हो मेरे भगवान
मैं जो हरि तेरी भी हार
मैं सारा जग छोड़ के कान्हा आई तेरे द्वार
भवर में मेरी नैया कोई न खिवैया
भवर में मेरी नैया
दामन थामा है तेरा पूजा तेरी जीवन मेरा
दामन थामा है तेरा दुनिया है मेरी सुनि
तेरा होगा कब तक फेरा
रहु न अनजान ओ मेरे भगवान
सुनलो सुनलो मेरी पुकार
मैं सारा जग छोड के कान्हा
आई तेरे द्वार
भवर में मेरी नैया कोई न खिवैया
भवर में मेरी नैया