Gaon Gaon Me Dhundh Rahi
कल टिक मिलके कान मरोड़े
मारी बावली छोरि
बम चीका चक धिक चीका
बम चीका चक धिक चीका
बम चीका चक धिक चीका
गाव गाव मे ढूँढ रही बन्जारे को
बन्जारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
बम चीका चक धिक चीका
क्या नही किसी ने समझाया आवरे को
बन्जारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
बम चीका चक धिक चीका
बम चीका चक धिक चीका
समझ सकी ना मैं तो उसके इरादे
हमसे किए जुल्मी ने कई कई वादे
हो कई कई वादे
मैं देख रही
बम चीका चक धिक चीका
मैं देख रही बैठी आकाश के तारे हो
बन्जारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
हसके कहा मोहसे सुन मोरी गुड़िया
हसके कहा मोहसे सुन मोरी गुड़िया
दिल्ली से ला दू तुझे नीली पीली चूड़िया
नीली पीली चूड़िया मेहन्दी की पूडिया
आह ह हा हा
देखो जी मैं समझी ना
बम चीका चक धिक चीका
मैं समझी ना उसके गीटपिट इशारे को
बन्जारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
बम चीका चक धिक चीका
बम चीका चक धिक चीका
हाथो मे पहना के सोने के कंगना
उसने कहा था गोरी छुटेगा संग ना
ओ छुटेगा संग ना
सुना करके
बम चीका चक धिक चीका
सुना करके मेरे मन के चॉबारे को
चॉबारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
हो दिल्ली चला गया
गाव गाव मे ढूँढ रही बन्जारे को
बन्जारे को
वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
देखो जी वो दगाबाज़ दिल लेके दिल्ली चला गया
हो दिल्ली चला गया