Hume Kya Khabar Thi Ki Tumse Bichhad Ke
हमे क्या खबर थी, की तुमसे बिछड़ के
अकेले ही किस्मत से, लड़ना पड़ेगा
तुम्हारी जुदाई, मिटाएगी हमको
हमे ज़िंदगी भर, तड़पना पड़ेगा
हमे क्या खबर थी
हुए दूर जाके, तुम्ही जब पराए
तो फिर कौन अब, मेरी बिगड़ी बनाए
तो फिर कौन अब, मेरी बिगड़ी बनाए
ये ज़ालिम जमाना, सितम हमपे ढाए
तो हंस हंस के, उसको भी सहना पड़ेगा
हमे क्या खबर थी
तुम्हे खो दिया हमने, पाने से पहले
खुशी लूट गयी घर, बसाने से पहले
खुशी लूट गयी घर, बसाने से पहले
ये आँसू मिले, मुस्कुराने से पहले
हमे मौत से, प्यार करना पड़ेगा
हमे क्या खबर थी, की तुमसे बिछड़ के
अकेले ही किस्मत से, लड़ना पड़ेगा
हमे क्या खबर थी