Kanha Na Chhedo Bansari Re
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
तू है पिया मेरे लिए
छोड़ा जहां तेरे लिए
आ गयी
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
नैना है मंज़र
तू जिस के अंदर
मई टोरी नादिया
तू है समुंदर
आ तो गयी च्छा तो गयी
जैसे बदलिया
बजे च्चन च्चन
पायल की च्चन च्चरी रे
मई तो आ गयी
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
रे मई तो आ गयी
नेतकेट कन्हाईया
बंसी बजाईया
मई तेरी दासी
ओ रे रंग रसिया
मई तेरी दासी
ओ रे रंग रसिया
तू है जहा मई हू वाहा
टोरी गुज़ारिया
आई ज़मीना के
तट पर प्यासी रे
राधा बावरी
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
तू है पिया मेरे लिए
मई तो जहा
छ्होआद के आ गयी
कान्हा ना छेड़ो
ना छेड़ो बाँसुरी रे
मई तो आ गयी
रे मई तो आ गयी