Mein Hawaa
में हवा मैं यहां मैं वहा
हर जगाह ख़िदकी ओ पे मिलुं मैं तुझे हर सुबाह
मैं हवा मेरे बिन जिंदगी है कहां
सांसों में है तेरे मेरी दास्तान
पंछी ओ से मैं कहता हूं है मेरा आसमान
फिर भी मैं तो यहां तन्हा रहती हूं
में हवा मैं यहां मैं वहा
हर जगाह ख़िदकी ओ पे मिलुं मैं तुझे हर सुबाह
मैं हवा मेरे बिन जिंदगी है कहां
सांसों में है तेरे मेरी दास्तान
चुलून मैं तेरी निंदों को
जरा मैं भी जगूं तू भीजगे यहां
है थमी जो पत्तों पे नमी मेरे ही आँसू है
मेरा ही दर्द है कुछ और भी नहीं
में हवा मैं यहां मैं वहा
हर जगाह ख़िदकी ओ पे मिलुं मैं तुझे हर सुबह
मैं हवा मेरे बिन जिंदगी है कहां
सांसों में है तेरे मेरी दास्तान