Phir Se Aaiyo Badra Bidesi

Gulzar, R D Burman

फिर से अइयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी

भर के जइयो हमारी तलैया
मैं तलैया किनारे मिलूँगी
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं
फिर से अइयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी

तेरे जाने की रुत मैं जानती हूँ
मुड़ के आने की रीत है कि नहीं

हो काली दरगाह से पूछूँगी जाके
तेरे मन में भी प्रीत है कि नहीं
कच्ची पुलिया से होके गुजरियो
कच्ची पुलिया किनारे मिलूँगी
फिर से अइयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं

तू जो रुक जाए मेरी अटरिया
मैं अटरिया पे झालर लगा दूँ

डालूँ चार ताबीज़ गले में
अपने काजल से बिंदिया लगा दूँ
छूके जइयो हमारी बगीची
मैं पीपल के आड़े मिलूँगी
फिर से अइयो बदरा बिदेसी
तेरे पंखों पे मोती जड़ूँगी
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं
तुझे मेरे काले कमली वाले की सौं

Trivia about the song Phir Se Aaiyo Badra Bidesi by Asha Bhosle

Who composed the song “Phir Se Aaiyo Badra Bidesi” by Asha Bhosle?
The song “Phir Se Aaiyo Badra Bidesi” by Asha Bhosle was composed by Gulzar, R D Burman.

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