Raghupati Raghava Raja Ram
जननी जनम भूमिश्च
सवर्ग डटी रहे ऐसी
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवन
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवन
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
अ जननि अ हिंदुसतान
तेरा हैं हम पर अहसान
तेरी ज़मीं पैर जनम लिया
जब में बड़ी तब अपनी शान
तन मन धन तुझपे कुर्बान
कोटि कोटि हैं तुझको प्रणाम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
सीता राम सीता राम सीता राम
बज प्यारे तू सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
राम का पावन देश है ये
धरती हैं ये सवर्ग सामान
सारे जग को इसने दिया
सत्य मेव जयते वरदान
शीश नवा के मन से बोल
दुःख में सुख में जय सिया राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
आ आ आ आ
गद्दारी जो माँ से करे
कौन कहे उनको इंसान
देश के ही वो सत्रु नहीं
मानवता का है अपमान
धन की खातिर जो करते हैं
देश की इज़ाज़त नीलम
उनको सन्मति दे भगवन
सबको सन्मति दे भगवन
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
ईश्वर अल्लाह तेरे नाम
सबको सन्मति दे भगवन
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम
पतित पावन सीता राम