Teri Meri Shadi
अरे तुम उदास क्यों हो गए
गाओ मे होते हंसते रोते
मा खुश होती फूल पिरोती
सहारा बांधता बाज़ा बाज़ता
मेला लगता घर आँगन मे
मन की बाते रह गई मन मे
तो क्या हुवा
तेरी मेरी शादी सीधी सादी
पंडित ना शहनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
तेरी मेरी शादी सीधी सादी
पंडित ना शहनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
तेरी मेरी शादी सीधी सादी
पंडित ना शहनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
दो नैनो की पालकी मेरे प्यारे दूल्हा की ओ मेरे राजा दूल्हा की
दो नैनो की पालकी मेरे प्यारे दूल्हा की
ओ मेरे मन की ये डोली मेरी सुंदर दुल्हन की
बिन बाराती घोड़ा हाथी बिन बाराती घोड़ा हाथी ये बारात सजाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
तेरी मेरी शादी सीधी सादी
पंडित ना शहनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
मैं अनपढ़ तू लिखी पढ़ी कैसे अपनी आँख लढ़ी
मैं अनपढ़ तू लिखी पढ़ी कैसे अपनी आँख लढ़ी
तू शहरी मैं देहाती कैसे बने जीवन साथी
रीत की तोड़ी प्रीत ने जोड़ी रीत की तोड़ी प्रीत ने जोड़ी अपनी खूब बनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
तेरी मेरी शादी सीधी सादी
पंडित ना शहनाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
आज मिलन की रैना तुमसे क्या कुछ कहना है
आज मिलन की रैना तुमसे क्या कुछ कहना है
कल करना बाकी बाते रोज़ कहा ऐसे राते यू मत देखो आँचल छोड़ो
यू मत देखो आँचल छोड़ो दू मैं राम दुहाई रे
इन सब का क्या काम वहाँ
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे
तेरी मेरी शादी सीधी सादी(तेरी मेरी शादी सीधी सादी)
पंडित ना शहनाई रे(पंडित ना शहनाई रे)
इन सब का क्या काम वहाँ (इन सब का क्या काम वहाँ)
जहा श्याम ने बंसी बजाई रे(जहा श्याम ने बंसी बजाई रे)