Tujhe Mili Roshni Mujhko Andhera [Geetmala]
बहेनो हो भाइयो सुन रहे है
1960 के वो गीत
जिन्हे मखमल की रौशनी नहीं मिली
जो लाजवब होते हुए भी
रह गए कुछ कुछ गुमनामी मैं
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
सारा जहा है बस गुमा कोई
नहीं मेरा यहाँ
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
चले थे बताने
तो दिल एक दिन
जवां जवां
नयी नयी दुनिआ
मुझे तो मिला
न रास्ता कोई
तुम्ही बढे
चले तनहा
अब तू कहा
और मई कहा
मई हु जमी
तू आस्मा
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
घडी घडी चहा
मै मर जाऊ
घडी घडी
तूने मुझे रोका
आयी तेरी यादें
ऐसे छूट के
कभी कभी
हुआ तेरा धोखा
देहका जहा
तेरा निशा
गाने लगी तन्हाईया
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा
सारा जहां है बस
गुमा कोई नहीं मेरा यहाँ
तुझे मिली रौशनी
मुझको अँधेरा