Tum Saath Ho Jab Apne

Rahul Dev Barman

हे हे हे हे हे हो हो हो हो हो हो हो हो
तुम साथ हो जब अपने दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे
तुम साथ हो जब अपने दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के अंदाज़ सिखा देंगे

माना के अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
अरे माना के अँधेरों के गहरे हैं बहुत साए
पर ग़म है यहाँ किसको आती है तो रात आए
हम रात के सीने में एक शम्मा जला देंगे
तुम साथ हो जब अपने ला ला ला ला ला
दुनिया को दिखा देंगे ला ला ला ला ला
हम मौत को जीने के ला ला ला
अंदाज़ सिखा देंगे

हम तो हैं दिल वाले खंजर से नहीं मरते
अरे हम तो हैं दिल वाले ला ला
खंजर से नहीं मरते ला ला ला ला
हम ज़ुल्फ़ों के क़ैदी हैं सूली से नहीं डरते
सूली को भी ज़ुल्फ़ों की ज़ंजीर बना देंगे
तुम साथ हो जब अपने ला ला ला ला ला
दुनिया को दिखा देंगे ला ला ला ला ला
हम मौत को जीने के ला ला ला
अंदाज़ सिखा देंगे (ला)

ला ला ला ला ला ला ला ला ला
ऐ अहल ए जहाँ तुमको नफ़रत की है बीमारी
ऐ अहल ए जहाँ तुमको ला ला
नफ़रत की है बीमारी ला ला ला
भड़काया करो शोले फेंका करो चिंगारी
हम प्यार की शबनम से हर आग बुझा देंगे
तुम साथ हो जब अपने ला ला ला ला ला
दुनिया को दिखा देंगे ला ला ला ला ला
हम मौत को जीने के
अंदाज़ सिखा देंगे
हाँ तुम साथ हो जब अपने
दुनिया को दिखा देंगे
हम मौत को जीने के
अंदाज़ सिखा देंगे

Trivia about the song Tum Saath Ho Jab Apne by Asha Bhosle

Who composed the song “Tum Saath Ho Jab Apne” by Asha Bhosle?
The song “Tum Saath Ho Jab Apne” by Asha Bhosle was composed by Rahul Dev Barman.

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