Zindagi Sau Baras Ki [Duet]
ओ ज़िन्दगी सौ बरस की सही
ज़िन्दगी का भरोसा नहीं
ज़िन्दगी सौ बरस की सही
आ आ आ आ
चाँद छुप जाये कब क्या पता
चांदनी का भरोसा नहीं
चाँद छुप जाये कब क्या पता
आग थोड़ी सी दिल में लगा के रखो
अपने दिल की शम्मा भी जला के रखो
आग थोड़ी सी दिल में लगा के रखो
अपने दिल की शम्मा भी जला के रखो
घर चरागों से
घर चरागों से रोशन सही
रौशनी का भरोसा नहीं
चाँद छुप जाये कब क्या पता
युही चलते हुए पास हम आ गए
आज ये सोच के हम तो घबरा गए
युही चलते हुए पास हम आ गए
आज ये सोच के हम तो घबरा गए
बन न जाये
बन न जाये ये दिल की लगी
दिल्लगी का भरोसा नहीं
ओ ज़िन्दगी सौ बरस की सही
ज़ुल्फ़ है या घटा होठ है या कवल
खूबसूरत हो तुम जैसे कोई ग़ज़ल
ज़ुल्फ़ है या घटा होठ है या कवल
खूबसूरत हो तुम जैसे कोई ग़ज़ल
तुम तो करने
तुम तो करने लगे शायरी
शायरी का भरोसा नहीं
ओ ज़िन्दगी सौ बरस की सही
ज़िन्दगी का भरोसा नहीं
चाँद छुप जाये कब क्या पता
चांदनी का भरोसा नहीं
ला ला ला ला ला (ला ला ला ला ला)