Bandeya [Film]

Manoj Muntashir

रेत के जैसी जिन्द ये
हाथों से निकल रही है
तेरे पैरों के नीचे ये
धरती पिघल रही है
तेरा सूरज भी बेनूर है
तेरा साहिल मीलो दूर है
पर चलता जा
चलता जा तू यारा
चलता जा तू यारा
हो पैरों में छाले हैं जो
देंगे उजाले तुझको
पैरों में छाले हैं जो
देंगे उजाले तुझको
करके इरादा चल दे
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे

लोहा है रे लोहा है तू
लोहा है रे लोहा है तू
हिम्मत तेरी बेकाबु
जीत ले ज़माना बढ़के
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे
पैरों में छाले हैं जो
देंगे उजाले तुझको
पैरों में छाले हैं जो
देंगे उजाले तुझको
करके इरादा चल दे
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे
ओ बंदेया तेरे नाल रब वे

Trivia about the song Bandeya [Film] by Divya Kumar

Who composed the song “Bandeya [Film]” by Divya Kumar?
The song “Bandeya [Film]” by Divya Kumar was composed by Manoj Muntashir.

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