Tujhme Rab Dhikhta Hay
Dipsika
छम छम आए, मुझे तरसाए
तेरा साया छेड़ के चूमता..
तू जो मुस्काए, तू जो शरमाये
जैसे मेरा है खुदा झूमता..
तू मेरी है बरकत, तू ही मेरी इबादत
और कुछ ना जानूं, बस इतना ही जानूं
तुझमें रब दिखता है, यारा मैं क्या करूँ
तुझमें रब दिखता है, यारा मैं क्या करूँ
सजदे सर झुकता है, यारा मैं क्या करुँ
तुझमें रब दिखता है, यारा मैं क्या करूँ