Cham Cham Chamke Bindiya
ओये चम् चम् चम् चम् चम् चम् चमके बिंदिया
हो बिन्दिया रंग जमाये जी
होइ है सगाई लाडो शर्मायी
ओये खन खन खन खन खन खन खन खनके कंगना
हो अंगना फूल सुहाए जी
हो होइ है सगाई लाडो शर्मायी
समधन का बेटा घोड़ी चढ़ दूर देश से आएगा ओ आएगा
हाथ पकड़ के दुल्हन को
अपने नगरी ले जायेगा ले जायेगा
हा हा आज सगाई कल सहनाई
परसो विदाई हो परसो होगी विदाई जी डोली जो सजायी
छमिया घर आयी होये
राम कसम बन्नी का बटुआ न जाने
किट खो गया हा जी खो गया
चमके का भाई देख डिबाई
बना गवई मेरे बाबुल का जमायी रे
रे लाडो बदायी दुल्हन मुस्काई
ओये चम् चम् चम् चम्
चम् चम् चमके बिंदिया
हो बिन्दिया रंग जमाये जी
होइ है सगाई लाडो शर्मायी