Dvaar Khule, Sakhi Ri Chitachor Nahin Aae
द्वार खुले मन मंदिर के
चितचोर नही आए नही आए
द्वार खुले मन मंदिर के
चितचोर नही आए नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
गारजी बदली फिर भी नाचान
गारजी बदली फिर भी नाचान
मोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
देख रे भंवरे खिल रही बगिया
देख रे भंवरे खिल रही बगिया
दूर दूर क्यू गूँजे रसिया
कौन भूल हम से भाई बैरी
काहे तू इस और नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए
सखी री चितचोर नही आए