Gharibon Ke Yeh Duniya

Rajendra Krishan

गरीबों को यह दुनिया
चैन से जीने नहीं देती
ख़ुशी के जाम से दो
घूंट भी पीने नहीं देती
चले है ठोकरें खाते
चले है ठोकरें खाते
उन्हें दुनिया से ठुकराए
इसी का नाम दुनिया है
इसी का नाम दुनिया है
तो हम दुनिया से बाज़ आये
चले है ठोकरें खाते

जुबा बन कर यह कहते है
दिल बर्बाद की शान
वतन में चैन से
वतन में चैन से
रेहने न दे जिसको वतन वाले
बताये आस्मा वो बेवतन
राही कहा जाए
बताये आस्मा वो बेवतन
राही कहा जाए
इसी का नाम दुनिया है
इसी का नाम दुनिया है
तो हम दुनिया से बाज़ आये
चले है ठोकरें खाते

ज़माने की शिकायत है
दिल नादाँ से क्या करना
तेरी दुनिया तेरे
तेरी दुनिया है तेरे पास
फिर दुनिया से क्या डरना
जो उंचा है तो भी उजड़ा
चमन आबाद हो जाए
चले है ठोकरें खाते
चले है ठोकरें खाते
उन्हें दुनिया से ठुकराए

Trivia about the song Gharibon Ke Yeh Duniya by Geeta Dutt

Who composed the song “Gharibon Ke Yeh Duniya” by Geeta Dutt?
The song “Gharibon Ke Yeh Duniya” by Geeta Dutt was composed by Rajendra Krishan.

Most popular songs of Geeta Dutt

Other artists of Film score