Sham Ka Aanchal Dhalka
हे हे
शाम का आंचल ढलका
रात का सागर छलका
याद चिठ्ठी ऐसे में आयी
दर्द उठा हल्का हल्का आ आ आ
शाम का आंचल ढलका
हे हे हे हे हे हे हे हे
निकले तारे डूब गया दिल
तेरे बगैर फीकी फीकी है महफ़िल
निकले टारे डूब गया दिल
तेरे बगैर फीकी फीकी है महफ़िल
भीगी हुयी मेरी आँखों में आँखे
देख समां ये धड़का
शाम का आंचल ढलका
आहा
राह तक तक बीत गया दिन
रात भी गुजरेगी घडिया गिन गिन
राह तक तक बीत गया दिन
रात भी गुजरेगी घडिया गिन गिन
तू क्या जाने कितना है मुश्किल
बोझ उठाना पल पल का
शाम का आंचल ढलका
रात का सागर छलका
याद चिठ्ठी ऐसे में आयी
दर्द उठा हल्का हल्का
शाम का आंचल ढलका