Tune Khub Racha Bhagwan Khilona
तूने खूब रचा भगवान
खिलोना माटी का
इसे कोई ना सका पहचान
खिलोना माटी का
तूने खूब रचा भगवान
खिलोना माटी का
वा रे तेरा इंसान विधाता
इसका भेद साँझ मे ना आता
धरती से है इसका नाता
मगर हवा मे किल्ले बनता
अपनी उलझन आप बदाता
अपनी उलझन आप बदाता
होता खुद हैरान
खिलोना माटी का
तूने खूब रचा खूब गाड़ा
भगवान खिलोना माटी का
कभी तो एक दम रिश्ता जोड़े
कभी अचानक ममता तोड़े
होके पराया मुखड़ा मोड
अपनो को मझदार मे छ्चोड़े
सुख की खोज मे इट उट धोड़े
सुख की खोज मे इट उट धोड़े
कितना ये नादान खिलोना माटी का
तूने खूब रचा खूब गाड़ा
भगवान खिलोना माटी का
इसे कोई ना सका पहचान
खिलोना माटी का
तूने खूब रचा भगवान
खिलोना माटी का.