Ab Toot Girengi Zanjeeren
Faiz Ahmed, Mustafa Ghulam Khan
अब टूट गिरेंगी जंजीरे अब जिन्दा लोगो की खैर नहीं
अब टूट गिरेंगी जंजीरे अब जिन्दा लोगो की खैर नहीं
जो दरिया झूम के उठे हे तिनको से न टाले जायेंगे
जो दरिया झूम के उठे हे तिनको से न टाले जायेंगे
कटते भी चलो बढ़ते भी चलो
बाजू भी बहुत हे सिर भी बहुत
कटते भी चलो बढ़ते भी चलो
बाजू भी बहुत हे सिर भी बहुत
चलते भी चलो के अब डेरे मंजिल पे ही डाले जायेंगे
चलते भी चलो के अब डेरे मंजिल पे ही डाले जायेंगे