Ishq Anokha
देह नैन हूँ
चंद्रा रें हूँ
दरिया ल़हेर बिना
सागर ठहर बिना
दरिया ल़हेर बिना
हो सागर ठहर बिना
वे तू नादिया मदमाती
तू हवा बन इठलाती
हम धूप की चट्टानें
तू हास हास फिगलाती
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
बस जताना नही आता
हन बताना नही आता
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
है मेरा प्रेम निराला है री
तेरे बिन मैं मैं तेरे बिन
जैसे देह बिन प्राण हे री डोरा
हथेली पे रख लाया जान
तेरे बिन मैं मैं तेरे बिन
जैसे देह बिन प्राण हे री डोरा
हथेली पे रख लाया जान
वे तू नादिया मदमाती
तू हवा बन इठलाती
हम धूप की चट्टानें
तू हास हास फिगलाती
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
बस जताना नही आता
हन बताना नही आता
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
बतलाना नही आता
हेई बतलाना नही आता
समझना नही आता
समझना नही आता
है मेरा इश्क़ अनोखा है री
है मेरा इश्क़ अनोखा है री