Kitni Azib Baat Hai
हाथो में तेरा हाथ है
तन्हा मगर हयात है
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
सूरज हमारे साथ है
फिर भी अंधेरी रात है
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
हाथो में तेरा हाथ है
झलती रूते थी मूनतज़र
झलती रूते थी मूनतज़र
आएगा सावन झूम के
लेकिन मिली है ये खबर
प्यासी तो खुद बरसात हैं
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
हाथो में तेरा हाथ है
दोनो तरफ लगी हुई
दोनो तरफ लगी हुई
बाज़ी दिलो निगाह की
हैं आज़माइश चाह की
दिल की बिसात पर ना मगर
ना जीत हैं ना मॅट हैं
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
हाथो में तेरा हाथ है
क्या घूम है और क्या है खुशी
क्या घूम है और क्या है खुशी
ाश्क़ो की बाहों ए हसी
शायद यही हैं ज़िंदगी
होतो पे दिल की बात हैं
और आँखों में बरसात हैं
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
सूरज हमारे साथ है
फिर भी अंधेरी रात है
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है
हाथो में तेरा हाथ है
तन्हा मगर हयात है
कितनी अजीब बात है
कितनी अजीब बात है