Pagalon Ki Tarah
इश्क़ के नाम को
बदनाम किया है तुमने
मेरी वफाओं को
बेनाम किया है तुमने
मैने जिस दिल में
तुम्हें रब की तरह रखा था
कत्तल उस दिल का
सरेआम किया है तुमने
हमने चाहा तुम्हें
पागलों की तरह
हमने चाहा तुम्हें
पागलों की तरह
और तुम हमको पागल
बनाते रहे
दिल्लगी के लिए
हमसे की दोस्ती
दिल्लगी के लिए
हमसे की दोस्ती
दिल किसी और से
तुम लगाते रहे
हमने चाहा तुम्हें
पागलों की तरह
और तुम हमको पागल
बनाते रहे
इतनी बरसी नही
बारिशें भी कभी
अश्क जीतने बहाए
तेरे इश्क़ में
ओ इतनी बरसी नही
बारिशें भी कभी
अश्क जीतने बहाए
तेरे इश्क़ में
चाहती थी खुशी
तुझसे चाहत मेरी
गम ही गम मैने पाए
तेरे इश्क़ में
कदम कदम पे थी बेवफ़ाई
वफ़ा की राहों में
कमी रह गयी कहा ना जाने
मेरी दुआओं में
जाने कितनी दफ़ा
तुमसे हम थे खफ़ा
फिर भी हम ही तुम्ही को
मनाते रहे
हमने चाहा तुम्हें
पागलों की तरह
और तुम हमको पागल
बनाते रहे
क्यूँ हवा तुमने दी
आशिकी को मेरी
क्यूँ मेरे संग
शामें बितातें रहे
ओ क्यूँ हवा तुमने दी
आशिकी को मेरी
क्यूँ मेरे संग
शामें बितातें रहे
जब मोहब्बत तुम्हें
हमसे थी ही नही
हक मेरे दिल पे क्यूँ
तुम जताते रहे
तुम्ही तो कहते थे रोज़
हमसे कही ना जाओगे
रहोगे धड़कन के जैसे दिल
में यूँ मुझमे आओगे
यूँ गये थे ना फिर
मूड के देखा कभी
झूठी उम्मीद पे हम
बुलाते रहे
हमने चाहा तुम्हें
पागलों की तरह
और तुम हमको पागल
बनाते रहे
पागलों की तरह