Woh To Jate Jate Hamse Khafa

CHITRAGUPTA, MAJROOH SULTANPURI

वो तो जाते जाते
हम से खफा हो गये
हम भी बैठे
बैठे उन पे फिदा हो गये
वो तो जाते जाते
हम से खफा हो गये
हम भी बैठे बैठे
उन पे फिदा हो गये
यून ही राहों
मे उनकी बाहों को
जब हम लगे थामने
लहराए से बाल खाए से
वो रुके मेरे सामने
यून ही राहों
मे उनकी बाहों को
जब हम लगे थामने
लहराए से बाल खाए से
वो रुके मेरे सामने
फिर भी रुकते रुकते
वो तो हवा हो गये
हम भी बैठे
बैठे उनपे फिदा हो गये
वो तो जाते जाते
हमसे खफा हो गये
हम भी बाइटे बैठे
उनपे फिदा हो गये

आँखों आँखों में
बातों बातों में
मैने च्छेदी जो रागिनी
ये ना पूच्हिए
कैसे रूठी है
गोरे मुखड़े की चाँदनी
आँखों आँखों में
बातों बातों में
मैने च्छेदी जो रागिनी
ये ना पूच्हिए
कैसे रूठी है
गोरे मुखड़े की चाँदनी
गेसू बिखरे बिखरे
काली घटा हो गये
हम भी बैठे
बैठे उनपे फिदा हो गये
वो तो जाते जाते
हमसे खफा हो गये
हम भी बैठे बैठे
उनपे फिदा हो गये

कैसा हँसना जी
कैसा मिलना जी
नहीं पूछा मिज़ाज भी
दिल की है वोही
हम भी हैं वोही
जिनके लिए आज भी
कैसा हँसना जी
कैसा मिलना जी
नहीं पूछा मिज़ाज भी
दिल की है वोही
हम भी हैं वोही
जिनके लिए आज भी
वो ही मिलते मिलते
हमसे जुड़ा हो गये
हम भी बैठे बैठे
उनपे फिदा हो गये
वो तो जाते जाते
हमसे खफा हो गये
हम भी बैठे बैठे
उनपे फिदा हो गये.

Trivia about the song Woh To Jate Jate Hamse Khafa by Mukesh

Who composed the song “Woh To Jate Jate Hamse Khafa” by Mukesh?
The song “Woh To Jate Jate Hamse Khafa” by Mukesh was composed by CHITRAGUPTA, MAJROOH SULTANPURI.

Most popular songs of Mukesh

Other artists of Film score