Befikriyan
न न न न न न
मत सोच कल की
है शाम ढलती
मुट्ठी में भर ले
खुशियाँ वो जो कल थी
बेफिक्रियाँ मनमानियाँ
करता है दिल तो करने दे
कुछ मस्तियाँ मनमर्ज़ियाँ
होती है तो हो जाने दे
हाँ बस यही है ज़िंदगी
हाँ बस यही है ज़िंदगी
पल सारे चल जी ले खुलके
खुशियों से मिलके ज़रा
गम जीतने भी आए
हवा में उड़ा दे ना सारा
पल सारे चल जी ले खुलके
खुशियों से मिलके ज़रा
गम जीतने भी आए
हवा में उड़ा दे ना सारा
हर लम्हा खुश होके गुज़रे
जो चाहे वो हम करे
हर मंज़िल है अपनी सफ़र का
मज़ा लेना यारा
हाँ जीना है बस आज ही
क्यू कल की करे बात भी
बस खवाबों की उंगली
पकड़ के तू उड़ जा ज़रा
कुछ ग़लतियाँ अतरंगियाँ
करता है दिल तो करने दे
कुछ मस्तियाँ मनमर्ज़ियाँ
होती है तो हो जाने दे
हाँ बस यही है ज़िंदगी
हाँ बस यही है ज़िंदगी
हाँ बस यही है ज़िंदगी
हाँ बस यही है ज़िंदगी