Ek Duje Ke
दिलों के मोहल्ले जा के
तेरी-मेरी बातें करना
जहाँ-भर की बातें भूल
तेरी-मेरी बातें करना
ओ, झोंके, झोंके ये हवा के
लाए दोनों को बहा के, हाय
बने देखो हम सरमाए एक-दूजे के
हाय, एक-दूजे के हाथों की
लकीरों का तय था मिलना
Hmm, दिलों के मोहल्ले जा के
तेरी-मेरी बातें करना
दिल सारा तेरे आगे खोलकर
जो था मन में, तुझसे ही बोलकर
ख़ाली कर दिया ख़ुद को, ऐ सनम
तेरे हुए पूरे के पूरे हम
हाँ, रुकती नहीं तेरी-मेरी बातें
ख़्वाबों में करते हैं मुलाक़ातें
जाने कैसे हैं दिल मिल जाते
जाने तू, ना जाने दिल ये मेरा
दोनों के दिलों के पन्ने कोरे थे
स्याही भर के लिखीं हमने
नाम वफ़ाएँ एक-दूजे के
हाय, एक-दूजे के हाथों की
लकीरों का तय था मिलना
दिलों के मोहल्ले जा के
तेरी-मेरी बातें करना, हाँ