Iss Pyaar Ko Kya Naam Doon
सजना वे...
चुपके से, आहिस्ता हो रहा हूँ लापता
उलझा सवालों में, अब तेरे ही ख़यालों में
कैसी ये चाहत है? रोके ये ना रुके
एक पल ना राहत है, धड़कन गँवा चुके
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
खोए हैं कुछ अल्फ़ाज़ क्यूँ?
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
क्या नाम दूँ? क्या नाम दूँ?
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
इस मर्ज़ को कैसे सहूँ?
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
क्या नाम दूँ? क्या नाम दूँ?
साइयाँ वे, अब रास्ता दिखा दे तू
तुझको है वास्ता, दुआ दे तू
साइयाँ वे, अब रास्ता दिखा दे तू
तुझको है वास्ता
मन की मुंडेर पे बैठा है घेर के
मुझको घूरे है ये एहसास
ख़्वाहिशों की लहरों में, रोशन हुईं सहरों में
दिखने लगा है अब तू ख़ास
कैसी है ये कड़ी जो टूटे ही नहीं?
तुमसे ही जा जुड़ी इशारों में कहीं
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
खोए हैं कुछ अल्फ़ाज़ क्यूँ?
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
क्या नाम दूँ? क्या नाम दूँ?
इस प्यार को क्या नाम दूँ?
क्या नाम दूँ? क्या नाम दूँ?
साइयाँ वे, अब रास्ता दिखा दे तू
तुझको है वास्ता, दुआ दे तू
साइयाँ वे, अब रास्ता दिखा दे तू
तुझको है वास्ता, दुआ दे तू
साइयाँ वे