Taare Falak Se Toot Ke
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
किसने दुआ के हाथ उठाए मेरे लिए
किसने दुआ के हाथ उठाए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
अब जब की मुझको धूप का खारो का गम नही
अब जब की मुझको धूप का खारो का गम नही
सेहरा में क्यूँ गुलाब खिलाए मेरे लिए
सेहरा में क्यूँ गुलाब खिलाए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
फिर से दिले तबाह को आती हैं उसकी याद
फिर से दिले तबाह को आती हैं उसकी याद
फिर उसकी जाके कोई मनाए मेरे लिए
फिर उसकी जाके कोई मनाए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
मेरी नज़र से बह गयी उसकी कहानिया
मेरी नज़र से बह गयी उसकी कहानिया
कह दो वो अब ना अश्क बहाए मेरे लिए
कह दो वो अब ना अश्क बहाए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए
किसने डुआं के हाथ उठाए मेरे लिए
तारे फलक से टूट के आए मेरे लिए