Din Bhar Ki Sab Baatain
कदम कदम पे
रहे साथ रोशनी बनकर
हर एक शाम से पहले
हर एक शाम के बाद
वहाँ पोंचके ये कहना
सबा सलाम के बाद
तुम्हारा नाम हैं लब पे
खुदा के नाम के बाद
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
जब से लिखी हैं मैने हर
एक शाम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
दुनिया के बेज़ार में
अपनी क्या कीमत हैं फिर भी
दुनिया के बेज़ार में
अपनी क्या कीमत हैं फिर भी
दुनिया के बेज़ार में
अपनी क्या कीमत हैं फिर भी
जो भी मिल सकते हो मेरे
दाम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
उमर की राहों में
कितने ही लोग मिले ये सच हैं
उमर की राहों में
कितने ही लोग मिले ये सच हैं
उमर की राहों में
कितने ही लोग मिले ये सच हैं
लेकिन अब इस सफ़र का हैं अंजाम
तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
शेर कहा लिखता हैं
वो लिखती हैं तुम्हारी आँखें
शेर कहा लिखता हैं
वो लिखती हैं तुम्हारी आँखें
शेर कहा लिखता हैं
वो लिखती हैं तुम्हारी आँखें
रशीद की इज़्ज़त शोहरत
इनाम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
जब से लिखी हैं मैने हर
एक शाम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम
दिन भर की सब बातें
सारे काम तुम्हारे नाम