Krishna Ki Mahima Kahi Na Jaye
नहीं दीन कोई इस घडी
नहीं कोई दीनानाथ
बाल सखा के हाथ में
बाल सखा का हाथ
निज सिंहासन मित्र बिठाए
कृष्ण की महिमा कही न जाए
स्वयं निकट बैठे चरणन के
शब्द कहां अब यश वर्णन के
ऐसे बेहाल बेवाइन ते भए
कंटक-जाल लगे पुनि जोए
‘हाय? महादुख पायौ सखा
तुम आए इतै न कितै दिन खोए
देख सुदामा की दीन दशा
करुणा करके करुणानिधि रोये
देख सुदामा की दीन दशा
करुणा करके करुणानिधि रोये
पानी परात को हाथ छुओ नहीं
नैनन के जल से पग धोये
पानी परात को हाथ छुओ नहीं
नैनन के जल से पग धोये