Raajmahal Mein Bachpan Beeta
K. J. Yesudas
राजमहल मे बचपन बीता व्याही राज महल मे
जीवन ऐसा खेल के कोई मेल ना आज और कल मे
कौन कहेगा देख इसे ये वही सीता सुकुमारी
टूटी टूटी सब से छूटी, बेबस एक बेचारी
वैदेही की दिन दशा को, वैदेही की दिन दशा को देख के आये रोना
हर कोई है यहा बस नीठुर नियती के हाथो का खिलौना
हर कोई है यहा बस नीठुर नियती के हाथो का खिलौना
वैदेही संग बीते कलकी अनगीन सुधिया है पल पल की
देख सिया को विचलित होना चाँद को तकना तनिक न सोना
चाँद को तकना तनिक न सोना