Raat Bhar Aa Raat Bhar [Slowed+Reverb]
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, जाये ना घर
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, जाये ना घर
है साथ तू क्या है फिकर
जाये ना घर, आ रात भर
जाये जहां जहां जहां दिल करे
जाने कहाँ कहाँ कहाँ फिर मिले
इस रात में बीते उम्र सारी उम्र
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, जाये न घर
रात मुझे क्यों जाने लगे यूँ
कहती है खुद को बदल दे तू
ओ रात मुझे क्यों जाने लगे यूँ
कहती है खुद को बदल दे तू
चाँद को चख ले तारों को पी ले
आजा ना थोडा सा जी ले तू
तो चल चले गिरे पड़े उठे उड़े
आ तुझ को लगा दो मेरे पर
इस रात में बीते उम्र सारी उम्र
आ रात भर, आ रात भर
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, जाये ना घर
आ रात भर
नम्कीनियां है नज़दिकियां हैं
रंग ही रंग है नज़रों में
नम्कीनियां है नज़दिकियां हैं
रंग ही रंग है नज़रों में
हंसने लगी हु फसने लगी हु
अरमान दिल में हज़ारों हैं
तो पार दे सभी हदें
गले लगे कभी नहीं होने दे सहर
इस रात में बीते उम्र सारी उम्र
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, आ रात भर
आ रात भर, आ रात भर
जाये ना घर, जाये ना घर