Mausam Kii Tarah

Himesh Reshammiya

मैं हस्ता हू तो तेरी याद आता है
मैं रोता तो तेरी याद आता है
तेरी मोहब्बत की यादों को ये
धड़कने कंबत भूल नही पाती

ओ यारा इश्क़ मेरा निभाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना
ओ यारा इश्क़ मेरा निभाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना

तुमसे मेरा जज़्बा है तुमसे बेताबियाँ है
तुमसे मेरा सपने हैं तुमसे ज़िंदगानिया
तुमसे मेरा जज़्बा है तुमसे बेताबियाँ
तुमसे मेरा सपने हैं तुमसे ज़िंदगानिया
ओ यारा वाडा तुम अपना निभाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना

मेरे धड़कने ये तुमसे आब तक़ाज़ा करें
आओ आशिक़ुई का ज़रा सा इज़ाफ़ा करे
मेरे धड़कने ये तुमसे आब तक़ाज़ा करें
आओ आशिक़ुई का ज़रा सा इज़ाफ़ा करे
बात मेी या ना टुकराना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना
मौसम की तरह कही
तुम बदल ना जाना

Trivia about the song Mausam Kii Tarah by Saaj Bhatt

Who composed the song “Mausam Kii Tarah” by Saaj Bhatt?
The song “Mausam Kii Tarah” by Saaj Bhatt was composed by Himesh Reshammiya.

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